Friday, 26 June 2015

70).800+

रिसर्चर्स ने लगाया 800 से भी ज्यादा डार्क गैलेक्सियों का पता

शोधकर्ताओं ने 854 अल्ट्रा डार्क गैलेक्सियों (आकाशगंगाओं) की खोज की है। सुबारू टेलिस्कोप से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर इन आकाशगंगाओं का पता चला है। कोमा क्लस्टर में पाई गई इन आकाशगंगाओं में रहस्यमयी डार्क मैटर भरा है। कोमा क्लस्टर आकाशगंगाओं के ऐसे समूह को कहा जाता है जिसमें 1,000 से भी ज्यादा ज्ञात आकाशगंगाएं होती हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, इन आकाशगंगाओं में दिखाई देने लायक पदार्थ की मात्रा एक फीसदी से भी कम है। ब्रह्मांड में डार्क और विजिबल मैटर के अनुपात की तुलना में यह बेहद कम है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, 'अरबों साल पहले अपने निर्माण के समय या उसके बाद इन आकाशगंगाओं में नए तारों के निर्माण के लिए जरूरी गैसों के अभाव के कारण ये सभी अंधकारमय हैं।' न्यूयॉर्क स्थित स्टोनी ब्रुक यूनिवर्सिटी के जिन कोडा ने बताया कि इनमें तारे जैसे दिखाई देने वाले घटक कुल द्रव्यमान का बमुश्किल एक फीसदी हैं। इनमें से कुछ का आकार हमारी आकाशगंगा जितना है, लेकिन तारों की संख्या हमारी आकाशगंगा की तुलना में हजारवां भाग है। इससे पहले पिछले साल 47 अंधेरी आकाशगंगाओं की खोज की गई थी।
क्या है डार्क मैटर
विज्ञान की भाषा में डार्क मैटर ऐसे पदार्थों को माना गया है जिन्हें किसी दूरदर्शी की मदद से देखना संभव नहीं होता है। माना जाता है कि ब्रह्मांड में सबसे ज्यादा डार्क मैटर ही पाए जाते हैं।

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